होलिका दहन 2025 की रात करें ये उपाय, मिलेगा बंपर लाभ – HOLIKA DAHAN 2025

होलिका दहन 2025 की रात करें ये उपाय, मिलेगा बंपर लाभ – HOLIKA DAHAN 2025

इस बार होलिका दहन भद्रा के प्रभाव में होगा। देर रात के बाद होलिका दहन के लिए बहुत कम समय बचेगा।

होलिका दहन 2025 की रात करें ये उपायहोलिका दहन की रात करें ये उपाय 2025 ( Etv Bharat )

हैदराबाद: रंगों का त्योहार होली हिंदू कैलेंडर के अनुसार एक प्रमुख त्योहार है। आपको बता दें कि होलिका दहन फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन किया जाता है। इस बार होलिका दहन 13 मार्च 2025, गुरुवार को होगा। इस दिन सुख-समृद्धि के लिए कई उपाय किए जाते हैं। हमें विस्तार से बताओ?

लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्रा के अनुसार पूर्णिमा गुरुवार 13 मार्च को सुबह 10:35 बजे शुरू होगी और 14 मार्च को दोपहर 12:24 बजे समाप्त होगी। उन्होंने बताया कि भद्रा के कारण होलिका दहन रात्रि 11.30 बजे के बाद ही होगा।

मनोकामना पूर्ति हेतु: उन्होंने बताया कि होलिका दहन के समय तीन गोमती चक्र हाथ में लेकर मन ही मन अपनी मनोकामना इक्कीस बार बोलें और गोमती चक्र को अग्नि में डाल दें। फिर प्रणाम करें और वापस आ जाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति की मनोकामना अवश्य पूरी होती है।

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कर्ज से मुक्ति हेतु: ज्योतिषी ने बताया कि जिस स्थान पर होलिका दहन करना हो, वहां गड्ढा खोदकर उसमें चांदी, तांबा और लोहा दबा दें, जो अंगूठी आप अपनी मध्यमा अंगुली के लिए बनाना चाहते हैं। फिर उसे मिट्टी से ढक दें और रोली या रक्त चंदन से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। जब आप होलिका पूजन के लिए जाएं तो एक सुपारी पर कपूर, कुछ हवन सामग्री, शुद्ध घी में डूबा हुआ एक लौंग और दो बताशे रखें। उस पत्ते को दूसरे पत्ते से ढककर, उसे दोनों हाथों में लेकर सात बार परिक्रमा करें और ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें।

  • परिक्रमा पूरी करने के बाद सभी सामग्री होलिका को अर्पित कर दें और पूजा करने के बाद प्रणाम कर घर वापस आ जाएं। अगले दिन, आपने जो धातुएं दबाई थीं, उन्हें निकाल लें और तीनों धातुओं को सोने के साथ मिलाकर अपने दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली के नाप की एक अंगूठी बना लें। अगले शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरुवार को होलिका की राख से बनी अंगूठी अर्पित करें और उसे धारण करें।
  • इससे धीरे-धीरे आपकी सभी आर्थिक समस्याएं खत्म हो जाएंगी। जब तक यह अंगूठी आपके पास रहेगी, व्यक्ति कर्ज से मुक्त रहेगा और सुख-समृद्धि का जीवन जिएगा।

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होलिका दहन 2025 पर रहें सावधान: होलिका दहन 2025 की रात्रि का महत्व हिंदू शास्त्रों में चार विशेष रात्रियों में से एक बताया गया है। इस रात्रि को ‘अहोरात्रि’ कहा जाता है। यह रात्रि तंत्र साधना (मारण-मोहन-उच्चाटन एवं अन्य तंत्र कार्य) के लिए सर्वाधिक उपयुक्त मानी गई है साथ ही लक्ष्मी प्राप्ति एवं स्वयं पर तंत्र मंत्र का जाप कर सुरक्षा प्राप्त की जाती है। तंत्र शास्त्र के अनुसार होली के दिन कुछ विशेष उपाय और प्रयोग करने से मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं। यह तंत्र गतिविधियों के लिए चार महत्वपूर्ण रात्रियों में से एक है।

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  1. होलिका दहन के दिन टोने-टोटके के लिए सफेद खाद्य पदार्थों का प्रयोग किया जाता है, इसलिए होली की सुबह उठते ही किसी ऐसे व्यक्ति से कोई वस्तु न लें जो आपसे द्वेष रखता हो। इसके अलावा इस दिन अपने शत्रु या विरोधी से सुपारी, इलायची, लौंग आदि न लें।
  2. अपना सिर ढक कर रखें. सिर पर जादू-टोना करने तथा मंत्रयुक्त पदार्थों का सेवन करने से हानि हो सकती है, इसलिए सिर को कपड़े या टोपी आदि से ढक कर रखना चाहिए। किसी भी अजनबी से खाने के लिए कुछ न लें। इन दिनों में विशेष रूप से सफेद भोजन के सेवन से बचना चाहिए।
  3. अपने पहने हुए कपड़े या रूमाल किसी को न दें।
  4. कपड़ों का उपयोग जादू-टोने के लिए किया जाता है, इसलिए सावधान रहें कि आपके कपड़े चोरी न हो जाएं या फट न जाएं।
  5. सार्वजनिक स्थानों जैसे चौराहों, सड़कों आदि से सावधानीपूर्वक गुजरना। इन स्थानों पर सड़क के बीच में टोटके रखे जाते हैं, यदि कोई उसे पार करता है तो उस टोटके का किसी भी निर्दोष व्यक्ति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
  6. यदि आप कहीं भी किसी को इस तरह से जादू-टोना या पूजा-पाठ करते देखें तो उन्हें बिल्कुल भी न रोकें। इसी प्रकार यदि आपको कहीं कोई जादूगर लेटा हुआ दिखाई दे तो उससे दूर रहें और उसके पास से गुजर जाएं, उसके बारे में कुछ न कहें और उस दिशा में कोई इशारा आदि न करें।
  7. होलिका दहन के दिन पूरे दिन काले कपड़े में बांधकर काले तिल अपनी जेब में रखें। इन्हें रात में जलती हुई आग में रख दें। ऐसा करने से यदि पहले से कोई जादू हो तो उसे भी हटाया जा सकता है।